अपन नगरी यो कैलास पुरी
पारबती के हम टहल बजायब
नित उठि नीर भरब गगरी
बेलक पतिया फूल चढ़ायब
नित उठि भांग पिसब रगड़ी
भनही विद्यापति सुनू हे मनाइनि
इहो थिका दानीक माथक पगड़ी
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...
No comments:
Post a Comment