Thursday, March 9, 2017

Tumhari Palkon Ki Chilmano Mein / तुम्हारी पलकों की चिलमनों में

 तुम्हारी पलकों की चिलमनों में ये क्या छुपा है सितारे जैसा
हसीन है ये हमारे जैसा, शरीर है ये तुम्हारे जैसा
तुम्हारे ख्वाबों के आईने में ये क्या छुपा है हमारे जैसा
जवान है ये हमारे जैसा, हसीन है ये तुम्हारे जैसा

तुम्हारी बाहों में छुपके हमने
तुम्ही को तुमसे चुरा लिया है
चुरानेवाले के हाथ हमने जो खो दिया था वो पा लिया है
तुम्हारे होठों की ख़ामोशी में ये क्या छुपा है इशारे जैसा
हसीन है ये हमारे जैसा, शरीर है ये तुम्हारे जैसा

नये मुसाफिर के कौन हैं हम
नये मुसाफिर को ये बता दो
वो तुमसे खुद ही करेगा बातें
करीब आ के इसे जगा दो
तुम्हारी शर्मीली शोखियों में ये क्या छुपा है शरारे जैसा
तुम्हारे ख्वाबों की आईने में ये क्या छुपा है हमारे जैसा
जवान है ये हमारे जैसा, हसीन है ये तुम्हारे जैसा


गीतकार : निदा फाज़ली, गायक : लता - नितीन मुकेश, संगीतकार : खय्याम, चित्रपट : नाख़ुदा (१९८१) / Lyricist : Nida Fazli, Singer : Lata Mangeshkar - Nitin Mukesh, Music Director : Khayyam, Movie : Nakhuda (1981)

No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...