Awaaz Di Hai – Aitbaar
Movie: Aitbaar
Year: 1985
Director: Mukul Anand
Music: Bappi Lahiri
Lyrics: Hasan Kamal
Singers: Asha Bhosle, Bhupinder
Bhupinder
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमान
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमान
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
Asha
आ आ आ आ आ आ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गए हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
Bhupinder
जीवन में कितनी विरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहात
हलचल हुई है ज़रा सी
हो जीवन में कितनी विरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहात
हलचल हुई है ज़रा सी
सागर में जैसे लेहेरें उठीं हैं
टूटी हैं खामोशियाँ
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
Asha
आ आ आ आ आ आ
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख्वाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख्वाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
कबसे खड़ी थी बाहें पसारे
इस दिल की तन्हाइयां
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
Bhupinder
अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
Asha
यूं पास आके दिल में समाके
दामन ना हमसे छुडाना
Bhupinder
अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
Asha
यूं पास आके दिल में समाके
दामन ना हमसे छुडाना
जिन रास्तों पर तेरे कदम हों
मंजिल है मेरी वहां
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गए हैं यहाँ
Year: 1985
Director: Mukul Anand
Music: Bappi Lahiri
Lyrics: Hasan Kamal
Singers: Asha Bhosle, Bhupinder
Bhupinder
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमान
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमान
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
Asha
आ आ आ आ आ आ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गए हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
Bhupinder
जीवन में कितनी विरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहात
हलचल हुई है ज़रा सी
हो जीवन में कितनी विरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहात
हलचल हुई है ज़रा सी
सागर में जैसे लेहेरें उठीं हैं
टूटी हैं खामोशियाँ
दोहरा रहीं हैं जैसे फज़ाएँ
भूली हुई दास्ताँ
Asha
आ आ आ आ आ आ
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख्वाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख्वाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
कबसे खड़ी थी बाहें पसारे
इस दिल की तन्हाइयां
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
Bhupinder
अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
Asha
यूं पास आके दिल में समाके
दामन ना हमसे छुडाना
Bhupinder
अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
Asha
यूं पास आके दिल में समाके
दामन ना हमसे छुडाना
जिन रास्तों पर तेरे कदम हों
मंजिल है मेरी वहां
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीं है समा
दुनिया से केह दो ना हम को पुकारे
हम खो गए हैं यहाँ
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