Saturday, March 10, 2018

Dekha Ek Khwab – Silsila

Movie: Silsila
Year: 1981
Director: Yash Chopra
Music: Hariprasad Chaurasia, Shiv Kumar Sharma
Lyrics: Javed Akhtar
Singers: Lata Mangeshkar, Kishore Kumar

हो हो हो आ आ आ
हो हो हो आ आ आ

Kishore
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म…
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए
Lata
ये गिला है आपकी निगाहों से
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए
Kishore
(Lata ला ला ला ला) देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
(Lata हम्म हम्म हम्म) दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए

Kishore मेरी साँसों में बसी खुशबू तेरी
Lata ये तेरे प्यार की है जादूगरी, आहा आहा आ
Kishore तेरी आवाज़ है हवाओं में
Lata प्यार का रंग है फिजाओं
Kishore धडकनों में तेरे गीत हैं मिले हुए
Lata क्या कहूँ के शर्म से हैं लैब सिले हुए
Kishore देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
Lata फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए

Lata मेरा दिल है तेरी पनाहों में
Kishore आ छुपा लूं तुझे में बाहों में
Lata तेरी तस्वीर है निगाहों में
Kishore दूर तक रौशनी है राहों में
Lata कल अगर ना रौशनी के काफिले हुए
Kishore प्यार के हज़ार दीप हैं जले हुए
Kishore
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
(Lata आ आ आ) दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए
Lata
ये गिला है आपकी निगाहों से
फूल भी हो दरमियाँ तो फासले हुए

Both
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए
दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए

Lata आ आ आ, हो हो हो, आ आ आ

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