Tuesday, March 6, 2018

जानिया - Jaaniya (Siddharth Basroor, Haunted - 3D)

Movie/Album: हॉन्टेड - ३डी (2011)
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: जुनैद वासी
Performed By: सिद्धार्थ बसरूर

दिल सुनता है, तेरी सदा, आ रूबरू अब तो ज़रा
बेचैन सी मेरी ज़िन्दगी, सुन कर तेरी ये दास्ताँ
जीना मेरा आसान कर, तू मिल के ये एहसान कर
कहीं खो गया चैन-ओ-सुकूँ, तेरे दर्द को अब जान कर
जानिया ओ जानिया, बस रोए दिल मेरा
आँसू पलकों पे नहीं हैं बेवजह, दिल है गमज़दा जानिया

तुझे पा लिया, या खो दिया इस बात पर दिल रो दिया
के चाह कर तू न आ सके, तू वक्त है गुज़रा हुआ
तुझे रख लिया इन यादों ने, इक फूल सा किताबों में
इस दिल में तू रहेगा सदा, और महकेगा इन साँसों में

रातों मे तू जल जाता है, चेहरेे में तू ढल जाता है
तारा है तू मुझमें टूटा सा
नींदों से जगा देता है, पलकों को भिगो देता है
दरिया है तू मुझमें डूबा सा
हर वक्त ख्वाबों की तरह, तू आता रहा
जानिया ओ जानिया, दिन क्या रात क्या
आहट हो कोई लगता है सदा, के तू है वहाँ जानिया
जानिया ओ जानिया...

No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...