Maine Tere Liye Hi – Anand
Movie: Anand
Year: 1971
Director: Hrishikesh Mukherjee
Music: Salil Choudhury
Lyrics: Gulzar
Singers: Mukesh
मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
कुछ हँसते, कुछ गम के
तेरी आँखों के साये चुराए रसीली यादों ने
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घडी
छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घडी
जनम जनम से आँखें बिछाई तेरे लिए इन राहों में
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
भोले भले
भोले भले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख्यालों को सजाते रहे
भोले भले
भोले भले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख्यालों को सजाते रहे
कभी कभी तो आवाज़ देकर मुझको जगाया ख्वाबों ने
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
रूठी रातें
रूठी हुई रातों को जगाया कभी
तेरे लिए बीती सुबह को बुलाया कभी
रूठी रातें
रूठी हुई रातों को जगाया कभी
तेरे लिए बीती सुबह को बुलाया कभी
तेरे बिना भी तेरे लिए ही दिए जलाये रातों में ,
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
Year: 1971
Director: Hrishikesh Mukherjee
Music: Salil Choudhury
Lyrics: Gulzar
Singers: Mukesh
मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
कुछ हँसते, कुछ गम के
तेरी आँखों के साये चुराए रसीली यादों ने
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घडी
छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घडी
जनम जनम से आँखें बिछाई तेरे लिए इन राहों में
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
भोले भले
भोले भले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख्यालों को सजाते रहे
भोले भले
भोले भले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख्यालों को सजाते रहे
कभी कभी तो आवाज़ देकर मुझको जगाया ख्वाबों ने
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
रूठी रातें
रूठी हुई रातों को जगाया कभी
तेरे लिए बीती सुबह को बुलाया कभी
रूठी रातें
रूठी हुई रातों को जगाया कभी
तेरे लिए बीती सुबह को बुलाया कभी
तेरे बिना भी तेरे लिए ही दिए जलाये रातों में ,
ओ मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने, सपने, सुरीले सपने
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