Saturday, March 10, 2018

Pee Loon – Once Upon A Time In Mumbaai

Movie: Once Upon A Time In Mumbaai
Year: 2010
Director: Milan Luthria
Music: Pritam
Lyrics: Irshad Kamil
Singers: Mohit Chauhan

पी लूं तेरे नीले नीले नैनो से शबनम
पी लूं तेरे गीले गीले होंठों की सरगम
पी लूं है पीने का मुसम
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है

तेरे बिन जी नहीं लगता
तेरे बिन जी नहीं सकता
तुझपे है हारे मैंने वारे दो जहाँ
कुर्बान, मेहरबान, के मैं तो कुर्बान
सुन ले सदा

होश मैं रहूँ क्यूँ आज मैं
तू मेरी बाँहों मैं सिमटी है
मुझमे समायी है यूँ
जिस तरह तू थोड़ी हो नदी
तू मेरे सीने मैं चुभती है
सागर तुम्हारा मैं हूँ
पी लूं तेरी धीमी धीमी लेहेरों की छम छम
पी लूं तेरी सौंधी सौंधी सांसों को हर दम
पी लूं है पीने का मौसम
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है

शाम को मिलूं जो मैं तुझे
तो बुरा सुबह ना जाने क्यूँ कुछ मान जाती है ये
हर लम्हा, हर घडी, हर पेहेर
भी तेरी यादों से तडपा के मुझको जलती है ये
पी लूं मैं धीरे धीरे जलने का ये ग़म
पी लूं इन गोरे गोरे हाथों से हमदम
पी लूं है पीने का मौसम
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है
तेरे संग इश्क कारी है
तेरे संग एक खुमारी है
तेरे संग चैन भी मुझको
तेरे संग बेकरारी है

तेरे बिन जी नहीं लगता
तेरे बिन जी नहीं सकता
तुझपे है हारे मैंने वारे दो जहाँ
कुर्बान, मेहरबान, के मैं तो कुर्बान
सुन ले सदा

No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...