Yeh Zindagi Bhi – Luck By Chance
Movie: Luck By Chance
Year: 2009
Director: Zoya Akhtar
Music: Shankar-Ehsaan-Loy
Lyrics: Javed Akhtar
Singers: Loy Mendonsa, Shekhar Ravjiani
ये ज़िन्दगी भी क्या क्या हमको दिखलाती है सपनो की धुंधली राह में
ये ज़िन्दगी भी हमें कहाँ लेके आजाती है एक अंजानी सी चाह में
जाने हमको क्या पाना है सोचो क्या है अपनी मंजिल
समझाने से कब माना है, देखो करता जिद है ये दिल
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
ये ज़िन्दगी भी कितनी बातें कह जाती है, एक सीधी साधी बात में
ये ज़िन्दगी भी क्यूँ इतने ख्वाब सजाती है, हर सुनी सुनी रात में
ख्वाबों में कोई अरमान है पूछो दिल से अरमान क्या है
मुश्किल है या वोह आसान है सुन लो दिल तो ये केहता है
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
ये ज़िन्दगी भी क्या क्या हमको दिखलाती है सपनो की धुंधली राह में
ये ज़िन्दगी भी हमें कहाँ लेके आजाती है एक अंजानी सी चाह में
जाने हमको क्या पाना है सोचो क्या है अपनी मंजिल
समझाने से कब माना है, देखो करता ज़िद है ये दिल
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
Year: 2009
Director: Zoya Akhtar
Music: Shankar-Ehsaan-Loy
Lyrics: Javed Akhtar
Singers: Loy Mendonsa, Shekhar Ravjiani
ये ज़िन्दगी भी क्या क्या हमको दिखलाती है सपनो की धुंधली राह में
ये ज़िन्दगी भी हमें कहाँ लेके आजाती है एक अंजानी सी चाह में
जाने हमको क्या पाना है सोचो क्या है अपनी मंजिल
समझाने से कब माना है, देखो करता जिद है ये दिल
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
ये ज़िन्दगी भी कितनी बातें कह जाती है, एक सीधी साधी बात में
ये ज़िन्दगी भी क्यूँ इतने ख्वाब सजाती है, हर सुनी सुनी रात में
ख्वाबों में कोई अरमान है पूछो दिल से अरमान क्या है
मुश्किल है या वोह आसान है सुन लो दिल तो ये केहता है
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
ये ज़िन्दगी भी क्या क्या हमको दिखलाती है सपनो की धुंधली राह में
ये ज़िन्दगी भी हमें कहाँ लेके आजाती है एक अंजानी सी चाह में
जाने हमको क्या पाना है सोचो क्या है अपनी मंजिल
समझाने से कब माना है, देखो करता ज़िद है ये दिल
छूने है तारें इससे, चाहिए सारे इससे
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
जो पलकों के तले, है अपने सपने लेके चले
ये केह्दो वो चले संभल के
ना करना कोई गिले, कहीं जो ठोकर ऐसी लगे
के सपने टूटे आसूं छलके
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