रे मन-प्रति-स्वाँस पुकार यही, जय राम हरे! घनश्याम हरे!
तन-नौकाकी पतवार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे॥१॥
जगमें व्यापक आधर यही, जगमें लेता अवतार वही।
है निराकार-साकर यही, जय राम हरे घनश्याम हरे॥२॥
ध्रुवको ध्रुव-पद दातार यही, प्रह्लाद गलेका हार यही।
नारद-वीणाका तार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे॥३॥
सब सुकृतोंका आगार यही, गंगा-यमुनाकी धार यही।
श्रीरामेश्वर हरिद्वार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे॥४॥
सज्जनका साहूकार यही प्रेमी-जनका व्यापार यही।
सुख ’विन्दु’ सुधाका सार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे॥५॥
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment