मदारी का बंदर Lyrics Madari Ka Bandar Hindi Lyrics – Gulabo Sitabo Lyrics
Madari Ka Bandar Lyrics in Hindi from the movie Gulabo Sitabo, sung by Tochi Raina, Anuj Garg. The song is written by Dinesh Pant and music created by Music Anuj Garg. Music Label Zee Music Company. Starring Amitabh Bachchan, Ayushmann Khurrana.
Song: Madari Ka Bandar
Movie: Gulabo Sitabo
Singers: Tochi Raina, Anuj Garg
Lyrics: Dinesh Pant
Music: Anuj Garg
Music Label: Zee Music Company
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
खन खन खनके गिनती के सिक्के
सांसो टकसाल में
मोह माया ने उलझाया किस फरेबी जाल में
खारे पानी में ढूंढे मीठा समंदर
अरे बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
कीमत लगेगी ठाट वाट की
एक बार चढनी है हांड़ी ये काठ की
कैसा करतब है जाने क्या कब है
ऊँगली पे झुले नटनी घाट घाट की
चढ़ा है जो सुरूर ये
मरघट के जमघट में
पल में उत्तर जायेगा
दिल का है जब वो कलंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
साहब को जिंदगी ने ज़टका दिया
लंगोटी से बंधा और लटका दिया
साहब को जिंदगी ने ज़टका दिया
लंगोटी से बंधा और लटका दिया
मचेगा ऐसा हुल्लड़
बचेगा थोक ना फुटकर
लूटेगी बैरी बन के
खड़ा ना हो तू तन के
अरे हंस ले पगले थोड़ा सा
क्या रखा रोने में
लट्टू घूमें जंतर मंतर
जादू टोन में
2 गज जमीन पूछे कितने सवाल हैं
2 गज जमीन पूछे कितने सवाल हैं
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
खन खन खनके गिनती के सिक्के
सांसो टकसाल में
मोह माया ने उलझाया किस फरेबी जाल में
खारे पानी में ढूंढे मीठा समंदर
अरे बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
Song: Madari Ka Bandar
Movie: Gulabo Sitabo
Singers: Tochi Raina, Anuj Garg
Lyrics: Dinesh Pant
Music: Anuj Garg
Music Label: Zee Music Company
Madari Ka Bandar Lyrics in Hindi
बनके मदारी का बंदरडुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
खन खन खनके गिनती के सिक्के
सांसो टकसाल में
मोह माया ने उलझाया किस फरेबी जाल में
खारे पानी में ढूंढे मीठा समंदर
अरे बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
कीमत लगेगी ठाट वाट की
एक बार चढनी है हांड़ी ये काठ की
कैसा करतब है जाने क्या कब है
ऊँगली पे झुले नटनी घाट घाट की
चढ़ा है जो सुरूर ये
मरघट के जमघट में
पल में उत्तर जायेगा
दिल का है जब वो कलंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
साहब को जिंदगी ने ज़टका दिया
लंगोटी से बंधा और लटका दिया
साहब को जिंदगी ने ज़टका दिया
लंगोटी से बंधा और लटका दिया
मचेगा ऐसा हुल्लड़
बचेगा थोक ना फुटकर
लूटेगी बैरी बन के
खड़ा ना हो तू तन के
अरे हंस ले पगले थोड़ा सा
क्या रखा रोने में
लट्टू घूमें जंतर मंतर
जादू टोन में
2 गज जमीन पूछे कितने सवाल हैं
2 गज जमीन पूछे कितने सवाल हैं
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
खन खन खनके गिनती के सिक्के
सांसो टकसाल में
मोह माया ने उलझाया किस फरेबी जाल में
खारे पानी में ढूंढे मीठा समंदर
अरे बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
बनके मदारी का बंदर
डुग डुगी पे नाचे सिकंदर
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