Monday, September 28, 2020

सावन में हिंदी लिरिक्स Sawan Mein Lag Gayi Aag Hindi Lyrics – Ginny Weds Sunny

 

Sawan Mein Lag Gayi Aag lyrics in Hindi, sung by Mika Singh, Neha Kakkar, Badshah written by Mohsin Shaikh, Payal Dev, Badshah. Music composed by Payal Dev and sung by Payal Dev with Dev Negi. Starring Yami Gautam and Vikrant in lead roles.

Song Title: Sawan Mein Lag Gayi Aag
Singers: Mika Singh, Neha Kakkar, Badshah
Movie: Ginny Weds Sunny
Music Recreated By: Payal Dev
Lyrics: Mohsin Shaikh, Payal Dev
Rap Lyrics: Badshah
Original Composer & Lyrics – Mika Singh
Music Label: Sony Music India



Sawan Mein Lag Gayi Aag Lyrics in Hindi

दूध उबालोगे..
दूध उबालोगे तो झाग लगेगी
और जो सावन में
ऐसे नाचोगी तो आग लगेगी
आग लगेगी
आग लगेगी
हाय पटाका मैं
बम का धमाका मैं
नज़रें करारी मेरी
दिल पे डालूं डाका मैं

सौ आगे दो सौ पीछे
छूप छूप के फोटो खिचे
देखूं जो मैं पलट
इनपे बिजली गिर जाए रे

सोशल मीडिया पे चर्चे बड़े हैं
बच्चे क्या बुड्ढे मेरे पीछे पड़े हैं

सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय
सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय
हो सुन ऐ हसीना
पागल दीवानी
सुन ऐ हसीना
पागल दीवानी
आजा ना सोया सारी रात
के दिल मेरा हाय
सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय

तुझको देखा जबड़ा मेरा
फ्लोर पर जा गिरा
दिल्ली में तूने ठुमका लगाया
शेक हो गया आगरा
मुझसे जो तू मिलने आई
कॉलोनी में बात फैल गयी
लाल ड्रेस जो डाल के निकली
गुड़गाँव तक आग फैल गयी
एक भी लौंडा ना छोड़ने की
तूने कसम सी खा रखी है
लड़कों की लाइफ पे पूरी
पकड़ बना रखी है
टिकटोक पे दुनिया तूने
पीछे लगा रखी है
कसर ना छोड़ी तूने कोई
बसड मचा रखी है रानी
बसड मचा रखी है

हो
गजरा लगा के आई
केश में हाय, केश में
आशिक हैं जाने कितने
रेस में हाय रेस में

गजरा लगा के आई
केश में हाय, केश में
आशिक हैं जाने कितने
रेस में हाय रेस में

जाना है किस परदेस में हाय
देश में
तेरी जवानी जैसे चलता हीटर है
जल ना जाए कोई ये मुझको फिकर है
हो न जाये कोई
हो न जाये कोई
हो न जाये कोई गन्दी बात
दिल मेरा हाय
सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय

सुन ओ कमीने
पागल दीवाने
सुन ओ कमीने
पागल दीवाने
सोने ना दूंगी सारी
सोने ना दूंगी सारी
सोने ना दूंगी सारी रात
के दिल मेरा हाय
सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय
हो
सावन में लग गयी आग
के दिल मेरा हाय

 




No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...