Saturday, November 7, 2020

मेरा भाई Mera Bhai Lyrics in Hindi – DIVINE

 Mera Bhai Lyrics in Hindi, sung by Divine, The Mera Bhai song is written by Divine and music composed by Karan Kanchan.

Song Title: Mera Bhai

Singer: DIVINE

Lyrics: DIVINE

Music: Karan Kanchan

Label: Mass Appeal India / Gully Gang

Mera Bhai Lyrics in Hindi



मैं और मेरा भाई

सिर्फ मैं और मेरा भाई

इन मुश्किलों के बीच में

सिर्फ मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

सिर्फ मैं और मेरा भाई

इन बुज़दिलों के बीच में

सिर्फ मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई


मैं और मेरा भाई बोले तोह hardships

Hustle की बातचीत हो या bus-on की backseat

बदसूरत marksheet

हमें पसंद थी मार पीट

One two का four बोले वटा के car keys

Birthday के दिन से we been chasing these गाँधी

काले थे बादल अभी धुप में हैं palm trees

Rap के चक्कर में है, दोनों करते थे party

ना कोई बन्दे से काम थे ना कोई बन्दे से काम है

साथ पीये चिल्लम तब तोह दोस्ती में दम है

भाई मेरा फसा तोह automatic हम है

Sticky हुआ scene तब automatic gum है

Ride करते साथ

Cake किसी का काटते हम slice करते half

Time बहुत है hard अब हम swipe करते card

मैं और मेरा भाई माँ कसम hard

बापू दिए मार, माँ ने दिया लाड

होशियार होने के चक्कर में मत खोना होश यार

नफरत कितना भी हो जायेगा मिटा देता है उसको तेरा प्यार

मैं मेरा भाई

बन्दे हम हैं चार

रचे इतिहास हक़ से खुद पे नाज़

मैं और मेरा भाई

बन्दे हम हैं चार

रचे इतिहास हक़ से खुद पे नाज़


मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई


मैं और मेरा भाई rap संगीत के दीवाने

कोई नहीं आया सिखाने खुद सीखे

खुद लिखे भूतनी के, build किया यहाँ हमने यह empire

तू game में नहीं है सिर्फ ऊँगली उठाता तू थकेला umpire

चल

हम same भी नहीं है

Bombay rap को डाले map पे असली हम मस्सिआह

चल

शीशे के सामने हम हाथ घुमाते

गानों को रट्टा फिर कर कर के गाते

जूते भी same हम एक जैसा लाते

Gang भी same हम दोनों बनाते

दुश्मन भी शामे हम दोनों बनाते

भूके पेट भी सोने नहीं जाते

सीखते हम ना कभी किसी से हारे

Aunty नहीं कहती यह लड़के बेकार है

क्यों खुद मैं विश्वास

खुद से ही प्यार

यह सांपो के जंगल में खुद मेरे साथ

खुद मेरा ख़ास

यह सांपो के जंगल में खुद मेरे साथ

खुद मेरा ख़ास

खुद मेरा भाई

इंसान धोकेबाज़

मैं खुद मेरा भाई

इंसान धोकेबाज़


मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मेरा भाई

मैं और मेरा भाई

मैं और मेरा भाई



No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...