वरदान Vardaan Lyrics – Carry Minati
Vardaan Lyrics in Hindi sung and written by CarryMinati (Ajey Nagar) while Wily Frenzy has composed & produced the music of Vardaan. Featuring CarryMinati, Wily Frenzy, Dhanansh Arora, Azam Khan, Vandana Sharma, Poojan Chabbra.
Vardaan Song Details
Song Title: Vardaan
Singer: CarryMinati (Ajey Nagar)
Lyrics: CarryMinati (Ajey Nagar)
Music: Wily Frenzy
Directors: Dhruv Sachdeva and Clifford Afonso
Vardaan Lyrics in Hindi
सशक्त बक्से में बंद
पड़े पड़े लगा उसपे जंग और गंध
कभी कभी करता है मन कर लूँ
उसी बक्से में खुद को बंद
घिसट घिसट के लड़ जैसे तू
कोई टूटी पतंग
सह ले तू दर्द क्योंकि कभी
ना होगी ख़तम ये जंग
घरवालों से आती शरम कहने में
जो मुझे है बनना
जब तक देता ना सबूत तो कैसे बोलूं
हाँ, यही था शुरू से मुझे करना
रास्ते जो पास थे कब आएंगे सामने
जितना पीछा करोगे उतने बढ़ेंगे फासले
सपनो के लिए साँस लें सपनो के लिए जान दे
कैसे है करना बस यही ना जानते
पकड़ो मेरा हाथ कूदो तुम ऊंचाई से
जायेंगे नीचे नहीं और भी ऊंचाई पे
जहाँ पे जीत की पुकार भी सुनाई दे
इस बात की मेरी पूरी ज़िन्दगी गवाही दे
पकड़ो मेरा हाथ कूदो तुम ऊंचाई से
जायेंगे नीचे नहीं और भी ऊंचाई पे
जहाँ पे जीत की पुकार भी सुनाई दे
इस बात की मेरी पूरी ज़िन्दगी गवाही दे
नीचे मत देखना पीछे मत मुड़ना
चिल्लाते लोग ज़िंदा या मुर्दा
जरा सोच कभी तू भी वहीं था
पर तुझमे थी वीरता हाँ तू ही सही था
सब में जलती है आग जिसे
अक्सर बुझने देते हैं हम
अंत में बचती है राख
जो करती हिम्मत और भी कम
करनी है पूरी अपनी खुराक
लगेगा सिर्फ एक ही जनम
लपटें उठेंगी राख से
बस रखना है आगे कदम
पड़ेंगे पीछे लोग और मारेंगे ताने
उनकी मत सुन ये भूखे बेचारे
जाने अनजाने बस ये खाते हैं दाने
ये लोग खुद को ना पहचाने
तो सोच कैसे आएंगे हमे बचाने
नाकामयाबी का जब बढ़ता है अंधेरा
नहीं समझते सफ़र लगता है अकेला
तब भूलो ना क्या क्या तुमने झेला
क्योंकि आता है अँधेरा ताकि आ सके सवेरा
पकड़ो मेरा हाथ कूदो तुम ऊंचाई से
जायेंगे नीचे नहीं और भी ऊंचाई पे
जहाँ पे जीत की पुकार भी सुनाई दे
इस बात की मेरी पूरी ज़िन्दगी गवाही दे
पकड़ो मेरा हाथ कूदो तुम ऊंचाई से
जायेंगे नीचे नहीं और भी ऊंचाई पे
जहाँ पे जीत की पुकार भी सुनाई दे
इस बात की मेरी पूरी ज़िन्दगी गवाही दे
बनना नहीं लीजेंड बनानी बस अपनी जगह
देना नहीं सौ परसेंट दो सौ तू पावर लगा
किस्मत को भूल, भूल मत अपनी वज़ह
लगी है चोट वरदान है ना कोई सज़ा
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