अगर तुझे भय भूत सतावे, तो बालाजी का शरणा है
टेर : अगर तुझे भय भूत सतावे, तो बालाजी का शरणा है,
पुन्यु मंगल शनिवार को, धुप धयान भी करणा है।
रोग का नाश करे बालाजी पीड़ा सबकी हरते है,
जो कोई पूजा पाठ करे तो आनंद मंगल करते है,
मंगल करे अमंगल टारे महावीर बल कर्णा है।
बालाजी बलवान है भाई बज्र अंग के स्वामी है,
मन की बात परख ले पल में ऐसे अन्तर्यामी है,
संकट भागे दूर नाम से ध्यान उन्ही का धरना है ।
जो सतबार पढ़े चालीसा सब बंधन काट जाते है,
शिव शंकर है साक्षि इसके तुलसी दास यूँ गेट है,
कह तुलसी रट ले हनुमत को गर तोहे पर उतरना है ।
राम द्वारे के रखवारे मस्त भजन में रहते है,
राम नाम से प्रसन्न हो यूँ सिद्ध मुनि गण कहते है,
अगर हनुमत को खुश रखो तो राम ही राम सुमरणा है।
हनुमान है देव दयालु शुद्ध सदा ही रहते,
सूरज नयारण स्वामी के बाबा साधु संत यूँ कहते है,
भजन भाव को में क्या जाणू तेरी दया से पर उतरना है।
पुन्यु मंगल शनिवार को, धुप धयान भी करणा है।
रोग का नाश करे बालाजी पीड़ा सबकी हरते है,
जो कोई पूजा पाठ करे तो आनंद मंगल करते है,
मंगल करे अमंगल टारे महावीर बल कर्णा है।
बालाजी बलवान है भाई बज्र अंग के स्वामी है,
मन की बात परख ले पल में ऐसे अन्तर्यामी है,
संकट भागे दूर नाम से ध्यान उन्ही का धरना है ।
जो सतबार पढ़े चालीसा सब बंधन काट जाते है,
शिव शंकर है साक्षि इसके तुलसी दास यूँ गेट है,
कह तुलसी रट ले हनुमत को गर तोहे पर उतरना है ।
राम द्वारे के रखवारे मस्त भजन में रहते है,
राम नाम से प्रसन्न हो यूँ सिद्ध मुनि गण कहते है,
अगर हनुमत को खुश रखो तो राम ही राम सुमरणा है।
हनुमान है देव दयालु शुद्ध सदा ही रहते,
सूरज नयारण स्वामी के बाबा साधु संत यूँ कहते है,
भजन भाव को में क्या जाणू तेरी दया से पर उतरना है।
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