बजरंग बलि मेरी नाव चली जरा बलि कृपा की लगा देना, LYRICS
टेर : बजरंग बलि मेरी नाव चली जरा बलि कृपा की लगा देना।
मुझे रोग दोष ने घेर लिया मेरे पापों को नाथ मिटा देना,
मैं दास तो आपका जन्म से हूँ बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ।
बजरंग बलि…..
दुर्बल हूँ गरीब हूँ दीन हूँ मैं निज कर्म क्रिया मति छिण हूँ मैं,
बलवीर तेरे आधीन हूँ मैं मेरी बिगड़ी बात बना देना।
बजरंग बलि…..
बल देके मुझे निर्भय कर दो यश शक्ति मेरी अक्षय करदो,
मेरे जीवन को सुखमय करदो सरजीवन ले पिला देना।
बजरंग बलि…..
हनुमान मंदिर के बालाजी तेरे रोज लगाया फेरा है,
रोग दोष सब दूर करो बस यही निवेदन मेरा हैं।
बजरंग बलि…..
करुणा निधि आपका नाम भी है शरणागत राधेश्याम भी है,
इसके अतिरिक्त ये काम भी है श्री राम से मुझे मिला देना।
बजरंग बलि…..
मुझे रोग दोष ने घेर लिया मेरे पापों को नाथ मिटा देना,
मैं दास तो आपका जन्म से हूँ बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ।
बजरंग बलि…..
दुर्बल हूँ गरीब हूँ दीन हूँ मैं निज कर्म क्रिया मति छिण हूँ मैं,
बलवीर तेरे आधीन हूँ मैं मेरी बिगड़ी बात बना देना।
बजरंग बलि…..
बल देके मुझे निर्भय कर दो यश शक्ति मेरी अक्षय करदो,
मेरे जीवन को सुखमय करदो सरजीवन ले पिला देना।
बजरंग बलि…..
हनुमान मंदिर के बालाजी तेरे रोज लगाया फेरा है,
रोग दोष सब दूर करो बस यही निवेदन मेरा हैं।
बजरंग बलि…..
करुणा निधि आपका नाम भी है शरणागत राधेश्याम भी है,
इसके अतिरिक्त ये काम भी है श्री राम से मुझे मिला देना।
बजरंग बलि…..
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