Movie: Dil Se
Year: 1998
Director: Mani Ratnam
Music: A.R. Rahman
Lyrics: Gulzar
Singers: A.R. Rahman
ऊ एक सूरज निकला था, कुछ पारा पिघला था
एक आंधी आयी थी, जब दिल से आह निकली थी
दिल से रे
एक सूरज निकला था, कुछ पारा पिघला था
एक आंधी आयी थी, जब दिल से आह निकली थी
दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे
दिल तो आखिर दिल है न, मीठी सी मुश्किल है न
पिया पिया, पिया पिया पिया ना पिया
जिया जिया जिया ना जिया
दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे
दिल तो आखिर दिल है न, मीठी सी मुश्किल है न
पिया पिया, पिया पिया पिया ना पिया
जिया जिया जिया ना जिया
दिल से रे
ऊ दो पत्ते पतझड़ के पेड़ों से उतरे थे
पेड़ों की शाखों से उतरे थे
फिर उतने मौसम गुज़रे वो पत्ते दो बेचारे
फिर उगने की चाहत में वो सहराओं से गुज़रे
वो पत्ते दिल दिल दिल थे, वो दिल थे दिल दिल दिल थे
दिल है तो फिर दर्द होगा, दर्द है तो दिल भी होगा
मौसम गुज़रते रहते हैं
दिल है तो फिर दर्द होगा, दर्द है तो दिल भी होगा
मौसम गुज़रते रहते हैं
दिल से, दिल से, दिल से, दिल से
दिल से रे
दिल तो आखिर दिल है न, मीठी सी मुश्किल है न
पिया पिया, पिया पिया पिया ना पिया
जिया जिया जिया ना जिया
दिल से रे
ऊ बंधन है रिश्तों में, काटों की तारें हैं
पत्थर के दरवाज़े दीवारें
बेलें फिर भी उगती हैं, और गुच्छे भी खिलते हैं
और चलते हैं अफ़साने, किरदार भी मिलते हैं
वो रिश्ते दिल दिल दिल थे, वो दिल थे दिल दिल दिल थे
गम दिल के पक चुलबुले हैं, पानी के ये बुलबुले हैं
बुझते हैं बाते रहते हैं
गम दिल के पक चुलबुले हैं, पानी के ये बुलबुले हैं
बुझते हैं बाते रहते हैं
दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल तो आखिर दिल है न, मीठी सी मुश्किल है न
पिया पिया, पिया पिया पिया ना पिया
जिया जिया जिया ना जिया
दिल से रे
जिया जिया जिया ना जिया
दिल से रे
दिल से रे, दिल से रे
दिल से रे
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment