Movie: Jab We Met
Year: 2007
Director: Imtiaz Ali
Music: Pritam
Lyrics: Irshad Kamil
Singers: Sonu Nigam
हो ओये होय ओये
रंग पुरेदी रंग रंगीली लड़की छैल छबीली
उसदे चंचल नैन कडा, अरे चंचल नैन कटार उसदा रूप बना हथियार
उसके रूप से कतल हुए तो चर्चा शुरू हुआ
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
रंग पुरेदी रंग रंगीली छैल छबीली नार
चंचल नैन क़तर दे उसदा रूप तेज़ तलवार
उसके रूप से कतल हुए तो चर्चा शुरू हुआ
हे नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा ओये
जब भी वो लड़की, खिड़की पे आये
कोई उसको देख मरे, कोई बिन देखे मर जाये
आरे गुज़रे गली मोहल्ले से तो मेला सा लग जथा था
हर एक आशिक ईद मनाता, भांगड़ा गाथा था
ख़तम ना होता दीवानों के जलसे शूरो हुआ
हे नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
मेरी भरी जवानी में रांझणा जो गन्ने दी पोरी
मेरानु समजा ले ऐ करदे रूप मेरेदी चोरी
मेरी भरी जवानी में रांझणा जो गन्ने दी पोरी
मेरानु समजा ले ऐ करदे रूप मेरेदी चोरी
आरे बचपन से उसका एक दीवाना था
जिसका काम गली के आशिक परे हटाना था
दिल से जिसको मान रहा था अपने दिल की रानी वो
और किसी पे ही यारो मरती थी मार्जनी वो
एक कहानी ख़तम तो दूजा किस्सा शुरू हुआ
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
रंग पुरेदी रंग रंगीली छैल छबीली नार
चंचल नैन क़तर दे उसदा रूप तेज़ तलवार
उसके रूप से कतल हुए तो चर्चा शुरू हुआ
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा
नगाडा नगाडा नगाडा बजा होय
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment