Movie: 2 States
Year: 2014
Director: Abhishek Varman
Music: Shankar-Ehsaan-Loy
Lyrics: Amitabh Bhattacharya
Singers: Aditi Singh Sharma, Amitabh Bhattacharya
Female
दिल का दिमाग से झगड़ा लगाया कैसे
पीछे के दरवाज़े से ए, दबे पाऊँ आया कैसे
थोडा सा कमीना, थोडा बिचारा है
इश्क़ भूत सही पर ये, भूत बड़ा ही प्यारा है
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊँ
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊं
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
सर पे बिठाऊँ या थप्पड़ लगाऊं
ओफ़्फ़ो… ओ ओ ओ ओ ओ ओ
Male
देखो लेके आया है, पॉकेट में शरारतें
तेरे जैसी है ज़रा, आ, इसकी भी आदतें
ऊपर से गरम है, अंदर से नरम है
थोडा शरीफ भी है, थोडा, थोडा सा बेशरम है है है
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊं
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊं
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
Female
सर पे बिठाऊँ या थप्पड़ लगाऊं
ओफ़्फ़ो… ओ
Male
हैरत को भी हैरानियाँ होने लगी (होने लगी)
अब होश में नादानियाँ होने लगी
बैठे है दिल एक दिल्लगी पे हार के
मेहेंगी पड़ी मनमानियां होने लगी (होने लगी)
Female
यारी के बाहाने कंधे सेहलता है
फिर मौका मिलते ही ये पर फैलता है
हाथों के पार ही इसका इशारा है
Male
इश्क़ भूत सही पर ये, भूत बड़ा ही प्यारा है
Female
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊं
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
Male
ओफ़्फ़ो… इसे, इसे डाँट के भगाऊं
ओफ़्फ़ो… या, या सीने से लगाऊं
Female
सर पे बिठाऊँ या थप्पड़ लगाऊं
ओफ़्फ़ो… ओ ओ ओ ओ ओ ओ
Both
ओफ़्फ़ो… ओफ़्फ़ो… ओफ़्फ़ो
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Saturday, March 10, 2018
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment