Saturday, March 10, 2018

Suraj Hua Maddham – Kabhi Khushi Kabhie Gham

Movie: Kabhi Khushi Kabhie Gham
Year: 2001
Director: Karan Johar
Music: Sandesh Shandilya
Lyrics: Anil Pandey
Singers: Sonu Nigam, Alka Yagnik

Sonu
सूरज हुआ मद्धम, चाँद जलने लगा
आसमान ये हाय क्यूँ पिघलने लगा
सूरज हुआ मद्धम, चाँद जलने लगा
आसमान ये हाय क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठेहरा रहा, ज़मीन चलने लगी
धड़का ये दिल, सांस थमने लगी
ओ, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है
सजना, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है

Alka
हो ओ ओ, ओ ओ ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ आ
सूरज हुआ मद्धम, चाँद जलने लगा
आसमान ये हाय क्यूँ पिघलने लगा
मैं ठेहरी रही, ज़मीन चलने लगी
धड़का ये दिल, सांस थमने लगी
हाँ, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है
सजना, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है

Sonu
है खूबसूरत ये पल, सब कुछ रहा है बदल
सपने हकीकत में जो ढल रहे है
क्या सदियों से पुराना है रिश्ता ये हमारा
के जिस तरह तुमसे हम मिल रहे है
Alka
यूँही रहे हर दम प्यार का मौसम
यूँही मिलो हमसे तुम जनम जनम
Sonu
मैं ठेहरा रहा, ज़मीन चलने लगी
Alka
(ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला)
Sonu
धड़का ये दिल, सांस थमने लगी
Alka
हाँ, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है
सजना, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है

Alka
तेरे ही रंग से यूँ मैं तो रंगीन हूँ सनम
पाके तुझे खुद से ही खो रही हूँ सनम
ओ माहिया, वे तेरे इश्क में
हाँ दुबके पार मैं हो रही हूँ सनम
Sonu
सागर हुआ प्यासा, रात जागने लगी
शोलो के दिल में भी आग जलने लगी
Alka
मैं ठेहरी रही, ज़मीन चलने लगी
धड़का ये दिल, सांस थमने लगी
Sonu
क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है
Alka
सजना
Both
क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है

Sonu
सूरज हुआ मद्धम
Both
चाँद जलने लगा
Sonu
आसमान ये हाय
Both
क्यूँ पिघलने लगा
Sonu
सजना, क्या ये मेरा पेहला पेहला प्यार है

No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...