Movie: Barfi
Year: 2012
Director: Anurag Basu
Music: Pritam
Lyrics: Swanand Kirkire
Singers: Shreya Ghoshal, Nikhil Paul George
Female:
इत्ती सी हंसी, इत्ती सी ख़ुशी, इत्ता सा टुकड़ा चाँद का
ख्वाबों के तिनकों से, चल बनाएं आशियाँ
इत्ती सी हंसी, इत्ती सी ख़ुशी, इत्ता सा टुकड़ा चाँद का
ख्वाबों के तिनकों से, चल बनाएं आशियाँ
Male:
दबे दबे पाओं से आये हौले हौले ज़िन्दगी
होठों पे पप्पी चढ़ा के
हम ताले लगा के चल
गुमसुम तराने चुपके चुपके गायें
आधी आधी बातें ये
आजा दिल की ये ज़मीन
थोडा सा तेरा सा होगा
थोडा मेरा भी होगा अपना ये आशियाँ
Female:
इत्ती सी हंसी, इत्ती सी ख़ुशी, इत्ता सा टुकड़ा चाँद का
ख्वाबों के तिनकों से, चल बनाएं आशियाँ
Female:
ना हो चार दीवारें
फिर भी झरोखें खुले
बादलों के होठों पे
शाखें हरी, पंखा चले
ना हो कोई टकरारें
अरे मस्ती ठहाके चलें
प्यार के सिक्कों से महीने का खर्चा चले
Male:
दबे दबे पाओं से आये हौले हौले ज़िन्दगी
होठों पे पप्पी चढ़ा के
हम ताले लगा के चल
गुमसुम तराने चुपके चुपके गायें
आधी आधी बातें ये
आजा दिल की ये ज़मीन
थोडा सा तेरा सा होगा
थोडा मेरा भी होगा अपना ये आशियाँ
Female:
इत्ती सी हंसी, इत्ती सी ख़ुशी, इत्ता सा टुकड़ा चाँद का
ख्वाबों के तिनकों से, चल बनाएं आशियाँ
Male:
इत्ती सी हंसी, इत्ती सी ख़ुशी, इत्ता सा टुकड़ा चाँद का
ख्वाबों के तिनकों से, चल बनाएं आशियाँ
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Saturday, March 10, 2018
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment