Saturday, March 10, 2018

Chalte Chalte – Chalte Chalte

Movie: Chalte Chalte
Year: 2003
Director: Azia Mirza
Music: Jatin-Lalit
Lyrics:
Singers: Abhijeet Bhattacharya, Alka Yagnik

Male
हम्म हम्म
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
क्या पता कहाँ हम चले

प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले

Female
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले

Female
दुनिया जो पूछे तो क्या हम कहें
कोई ये हमको सम्जादे
ठेस लगी तो पल में टूट गए
शेषे के थे क्या सब वादें

Male
जाता है कोई क्यों सपनो को ठुकराके
पायेगा ये दिल क्या किसी को बताके
चलते चलते राख हम बिन जले हो गए

Female
हम्म हम्म हो बुझ गए दिए प्यार के

Male
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए

Female
डूब गया है जैसे दर्द में दिल
आंसूं भरी है अब आँखें
Male
तनहाइयों की जो रुत आ गए
उलझी हुई है सब राहें
Female
सोचा था पायेंगे दोनों एक मंजिल को
Male
राहें जो बदली तो तुम्ही बतादो
चलते चलते गुम कहाँ कापले हो गए
Female
हम्म हम्म हो खो गए कहाँ रासते

Male
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
Female
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
Male
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले
Female
हम्म हम्म क्या पता कहाँ हम चले

No comments:

Post a Comment

Featured post

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal

यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...