Movie: Chalte Chalte
Year: 2003
Director: Azia Mirza
Music: Jatin-Lalit
Lyrics:
Singers: Abhijeet Bhattacharya, Alka Yagnik
Male
हम्म हम्म
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
क्या पता कहाँ हम चले
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले
Female
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले
Female
दुनिया जो पूछे तो क्या हम कहें
कोई ये हमको सम्जादे
ठेस लगी तो पल में टूट गए
शेषे के थे क्या सब वादें
Male
जाता है कोई क्यों सपनो को ठुकराके
पायेगा ये दिल क्या किसी को बताके
चलते चलते राख हम बिन जले हो गए
Female
हम्म हम्म हो बुझ गए दिए प्यार के
Male
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
Female
डूब गया है जैसे दर्द में दिल
आंसूं भरी है अब आँखें
Male
तनहाइयों की जो रुत आ गए
उलझी हुई है सब राहें
Female
सोचा था पायेंगे दोनों एक मंजिल को
Male
राहें जो बदली तो तुम्ही बतादो
चलते चलते गुम कहाँ कापले हो गए
Female
हम्म हम्म हो खो गए कहाँ रासते
Male
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गए
Female
बेवफा हम नहीं बेवफा तुम नहीं
तो क्यूँ इतने गिले हो गए
चलते चलते कैसे ये फासले हो गए
Male
हम्म हम्म हो क्या पता कहाँ हम चले
Female
हम्म हम्म क्या पता कहाँ हम चले
Bollywood Movie Lyrics in Hindi, Hindi Movie Song Lyrics in Hindi, Classic,Old,New Bollywood Songs Lyrics Hindi , Indian Movie Lyrics in Hindi Font हिंदी गाने - हिंदी गीत लिरिक्स हिंदी में
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured post
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो Yunhi Be-Sabab Na Fira Karo Koi Bashir Badr Ghazal
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक स...

-
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, पाँव में घुंगरू बांध के नाचे, जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला।। सिया राम ही राम पुकारे, हनुमत जाए ...
-
जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी॥ जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनी दुति गाता॥ देवी पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होह...
-
श्री शिवाष्टक आदि अनादि अनंत अखंड अभेद अखेद सुबेद बतावैं। अलग अगोचर रूप महेस कौ जोगि-जति-मुनि ध्यान न पावैं॥ आग-निगम-पुरान सबै इतिहास सदा जि...
No comments:
Post a Comment