Movie: Badlapur
Year: 2015
Director: Sriram Raghavan
Music: Sachin-Jigar
Lyrics: Dinesh Vijan, Priya Saraiya
Singers: Rekha Bhardwaj, Arijit Singh
Arijit:
रांझण ढूंडण मैं चलेयाँ
रांझण मिलयाना वे
जिगरा विचों अगन लगा के रब्बा
लक़ीरां विच लिख दी जुदाई
Rekha:
खो गया, घूम हो गया
वक़्त से चुराया था जो, अपना बनाया था
हो तेरा, वो मेरा
साथ निभाया जो, अपना बनाया था
Arijit:
चदरिया झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
आखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
हे आखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
Rekha:
ऐसा भी क्या मिलना
साथ होके तन्हा
ऐसी क्यूँ सज़ा हम ने है पायी, रांझणा वे?
फिर से मुझे जीना, तुझपे है मरना
फिर से दिल ने दी है ये दुहाई, साजना वे
लकीरों पे लिख दी क्यों जुदाई?
Arijit:
हो, गैर-सा हुआ खुद से भी, ना कोई मेरा
दर्द से कर ले चल यारी, दिल ये केह रहा
खोलूं जो बाहें, बस ग़म ये सिमट रहें है
आखों के आगे, लम्हें ये क्यों घट रहे है?
जाने कैसे कोई सेहता जुदाईयाँ
Rekha:
चदरिया झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
आखें भीनी ये भीनी ये भीनी
Both:
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे झीनी
Arijit:
आखें भीनी ये भीनी ये भीनी (Rekha: आखें भीनी ये भीनी ये भीनी)
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी (Rekha: यादें झीनी रे झीनी रे झीनी)
Rekha:
रांझण ढूंडण मैं चलेयाँ
रांझण मिलयाना वे
जिगरा विचों अगन लगा के रब्बा
लक़ीरां विच लिख दी जुदाई
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Saturday, March 10, 2018
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