Saturday, November 2, 2024

बरसन लागी सावन बुन्दिया बारामासी / अवधी

 बरसन लागी सावन बुन्दिया, प्यारे बिन लागे न मोरी अंखिया


चार महीना बरखा के आये, याद आवे तोहरी बतियां


प्यारे बिन लागे न मोरी अंखिया


चार महीना जाडा के बीते, तरपत बीती सगरी रतियां


प्यारे बिन लागे न मोरी अंखिया


चार महीना गरमी के लागे, अजहुं ना आये हमारे बलमा


प्यारे बिन लागे न मोरी अंखिया

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