Saturday, November 2, 2024

लागा झुलानिया प धक्का / अवधी

 लागा झुलानिया प धक्का, बलम कलकत्ता पहुंची गए


कैसे क मति मोरी बैरन होई गई

कीन्ह्यो मैं हठ अस पक्का, बलम कलकत्ता...


लागे जेठानिया के बोल बिखै ज़हर से

लागा करेजवा में लुक्काआग , बलम कलकत्ता...


रेक्सा चलायें पिया तांगा चलायें

झुलनी के कारण भयें बोक्का पागल, बलम कलकत्ता...


बरहें बरिस झुलनी लई के लौटें ,

देहिंयाँ हमारि भै मुनक्का, बलम कलकत्ता...


लागा झुलानिया प धक्का बलम कलकत्ता पहुँची गए

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