देबी अंगन मोरे आयीं निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
काऊ देखि देबी मगन भईं हैं काऊ देखि मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
सेनुर देख देबी मगन भईं हैं बिंदिया देख मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
चूडिया देख देबी मगन भईं हैं कंगना देखि मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
लहंगा देखि देबी मगन भईं हैं चुनरी देखि मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
पायल देखि देबी मगन भईं हैं बिछिया देखि मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
रानी देखि देबी मगन भईं हैं बालक देखि मुस्कानी
निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
देबी अंगन मोरे आयीं निहुरी कै मै पईयाँ लागूँ
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