मोह न छोड्यो मोर महतारी
एक कोखि के भैया बहिनिया
एकहि दूध पियायो महतारी
मोह न...
भैया के भए बाजै अनद बधैया
हमरे भए काहे रोयो महतारी ?
मोह न...
भैया का दिह्यो मैया लाली चौपरिया
हमका दिह्यो परदेस महतारी
मोह न...
सँकरी गलिय होई के डोला जो निकरा
छूटा आपन देस महतारी
मोह न...
अन्य अवधी लोकगीत
No comments:
Post a Comment