Friday, November 1, 2024

फिरय शंभू के करनमा / मैथिली लोकगीत

फिरय शंभू के करनमा, गौरी दाइ वन-वन मे ना
अन्न त्यागल, पानि त्यागल, त्यागल परनमा
बेलपात चिबाय गौरी राखल जीवनमा
गौरी दाइ वन-वन मे ना
होम कयलनि, जाप कयलनि नारद बभनमा
गौरी केँ लिखल छल इहो बुढ़ सजनमा
गौरी दाइ वन-वन मे ना
इन्द्र के इन्द्रासन डोलय, विष्णु के असनमा
शंकर के कैलाश डोलय, बहय रे पवनमा
गौरी दाइ वन-वन मे ना
फिरय शंभू के करनमा, गौरी दाइ वन-वन मे ना
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