जय जय हो जुमना घटबारा, नइया लाबऽ किनारा
एक भिनसर सौं ठाढ़ गोवारिन, गोपाल गोपाल पुकारा
जय जय हो जमुना...
नइया लाबऽ किनारा
पहिने दान चुका दीअ गोवारिन, तखन पहुँचायब किनारा
नइया लाबऽ किनारा, जय जय हो जमुना....
नब रीति नहि करियौ कन्हैया जी, लागु कब सँ घटवारा
नइया लाबऽ किनारा, जमुना घटवारा, नइया लाबऽ किनारा
जा कए कहबनि कंश राजा केँ छीनि लेताह घटवारा
जय जय हो जमुना घटवारा, नइया लाबऽ किनारा
अन्य मैथिली लोकगीत
हम ने जीअब बिनु राम हे जननी, हम ने जीअब बिनु राम / मैथिली लोकगीत
नया शहर कलकत्ता हो राजा, जहाँ बिराजे महाकाली / मैथिली लोकगीत
गे माई हम नहि शिव सँ गौरी बिआहब, मोर गौरी रहती कुमारी / मैथिली लोकगीत
दुर-दुर छीया ए छीया, एहन बौराहा बर संग जयती कोना धीया / मैथिली लोकगीत
ना जायब, ना जायब, ना जायब हे सखि गौरी अंगनमा / मैथिली लोकगीत
No comments:
Post a Comment