श्यामा श्याम रचल हमर मनमे / मैथिली लोकगीत
श्यामा श्याम रचल हमर मनमे
केओ कहय मीरा भय गेली बावरी, क्यो कहय कुलनाशी
केओ कहय मीरा रूप-गुण सुन्दरि, केओ कहय श्याम सखी
मातु कहथि मीरा भय गेली बावरी, पिता कहय कुलनाशी
भाई कहय मीरा रूप-गुण सुन्दरि, स्वामी कहय श्याम सखी
हमर मन श्यामहि श्याम रसी, हमर मन श्यामहि श्याम रसी
अन्य मैथिली लोकगीत
हम ने जीअब बिनु राम हे जननी, हम ने जीअब बिनु राम / मैथिली लोकगीत
नया शहर कलकत्ता हो राजा, जहाँ बिराजे महाकाली / मैथिली लोकगीत
गे माई हम नहि शिव सँ गौरी बिआहब, मोर गौरी रहती कुमारी / मैथिली लोकगीत
दुर-दुर छीया ए छीया, एहन बौराहा बर संग जयती कोना धीया / मैथिली लोकगीत
ना जायब, ना जायब, ना जायब हे सखि गौरी अंगनमा / मैथिली लोकगीत
Comments
Post a Comment