केओ कहय मीरा भय गेली बावरी, क्यो कहय कुलनाशी
केओ कहय मीरा रूप-गुण सुन्दरि, केओ कहय श्याम सखी
मातु कहथि मीरा भय गेली बावरी, पिता कहय कुलनाशी
भाई कहय मीरा रूप-गुण सुन्दरि, स्वामी कहय श्याम सखी
हमर मन श्यामहि श्याम रसी, हमर मन श्यामहि श्याम रसी
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