अँटकि जाहु एहिठाम / मैथिली लोकगीत

अँटकि जाहु एहिठाम
बटोही अँटकि जाहु एहिठाम
कहाकँ तोहें सुन्दर बटोही
कहाँ तोहर निज धाम
मोहिनी मुरलिया श्याम सुरतिया
तिरछी नजरिया तोहार
श्यामल गोर संगमे नारी
सब तऽ अति सुकुमार
राम लखन संगमे किशोरी
बारह बरस बनवास
हे ग्रामीण जुनि पूछह निज बात
राजा दशरथ सन पिता त्यागल
रानी कौशल्या सन माय
हे ग्रामीण नहि अटकब एहिठाम
श्याम गोर किशोर अवस्था
पाँव पैदल वन जाय
कोना कऽ विपति गमायब बटोही
अँटकि जाहु एहिठाम
अन्य मैथिली लोकगीत

Comments

Popular posts from this blog

लोरी और बालगीत फ़िल्मों से Baby Lori Song Hindi Lyrics

प्रिये हम जाइत छी वनवास / मैथिली लोकगीत

एक बार हम गएन बंबई नौकरी कीन्हा तीन / अवधी