मुरलिया के धुन सुनि, बसुरिया के धुन सुनि, रहि-रहि...
ब्रह्मा त्यागल ब्रह्मलोक केँ, शिवजी तेजल कैलाश हो
राजा छोड़ल राजपाट केँ, रानी छोड़ल शृंगार हो, मुरलिया ...
गइया छोड़ल घासो चरब, बछडू छोड़ल हुंकार हो, मुरलिया...
अन्य मैथिली लोकगीत
हम ने जीअब बिनु राम हे जननी, हम ने जीअब बिनु राम / मैथिली लोकगीत
नया शहर कलकत्ता हो राजा, जहाँ बिराजे महाकाली / मैथिली लोकगीत
गे माई हम नहि शिव सँ गौरी बिआहब, मोर गौरी रहती कुमारी / मैथिली लोकगीत
दुर-दुर छीया ए छीया, एहन बौराहा बर संग जयती कोना धीया / मैथिली लोकगीत
ना जायब, ना जायब, ना जायब हे सखि गौरी अंगनमा / मैथिली लोकगीत
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